Braj Bhumi Mohini (Hindi)
अत्यंत हर्ष का विषय है कि ब्रजभूमि मोहिनी पुस्तक का हिन्दी भाषा में चौथा संस्करण छपने जा रहा है, इससे पहिले अंग्रेजी भाषा में तीसरे संस्करण के आधार पर यह पुस्तक छप चुकी है-इस तरह तो इसे पाँचवा संस्करण भी कह सकते हैं पर भाषा की दृष्टि से चौथा संस्करण कहना ही युक्तियुक्त रहेगा । इस बार, प्रथम संस्करण की ही प्रतिकृति जैसी है यह ।
विजय बाबा का सुन्दर-मधुर-मनमोहक प्रयास एवं परिश्रम सराहनीय है-ब्रजभूमि-ब्रजराज युगल की लीला स्थलियों की महिमा के ग्राहक रसिक जनों के लिए अमूल्य निधि है, इसमें सभी सम्प्रदायों का सहयोग है-कहीं भी मत-मतान्तरों का विरोध नहीं-वाद विवाद-तर्क-कनेर बुद्धि के विषय से अछूता है। तीसरे संस्करण में पुस्तक का कलेवर कुछ भारी भावना के भार से बोझिल सा प्रतीत हुआ-इसलिए ही इस बार प्रथम संस्करण को ही आधार बनाया है, फिर भी तीसरे संस्करण में जोड़ी गई कुछ सामग्री का समावेश भी किया गया है।
ब्रजनिधि प्रकाशन से सर्वप्रथम प्रसूत ग्रन्थ बहुत ही उपयोगी सिद्ध हुआ है - रस में ब्रजधाम का परिचय-ब्रजविहारी युगल तथा उनकी लीलाओं -लीला स्थलियों का सुन्दर वर्णन अनेकानेक ग्रन्थों-सिद्ध सन्त महात्माओं-सिद्ध स्थलियों के दर्शनो के आधार पर अत्यंत उपयोगी बना है।